गुडगाँव: इधर फीफा वर्ल्ड कप का बुखार अपने चरम पर है और इधर मिलेनियम सिटी में आई. टी. उद्योग में काम करने वाला एक युवक इसे फॉलो ना करने की वजह से डिप्रेशन में चला गया है। युवक की उम्र २८ वर्ष बतायी जाती है। डिप्रेशन के शिकार इस कर्मचारी का नाम नितिन श्रीवास्तव है और वह साइबर सिटी के ‘चेयर-ग्लूड टेक्नोलॉजीज’ में कार्यरत है।
“लोग कैंटीन में अर्जेंटीना, ब्राज़ील, मेस्सी इत्यादि की बातें किया करते थे और नितिन उनको एकटक घूरता रहता था। झेंप मिटाने के लिए वो बीच-बीच में वो अपना ब्लैकबेरी फ़ोन खोल के कुछ देखा करता था। लोग इसका मज़ाक उड़ाने लगे थे।”, नितिन के सहकर्मी विकास तिवारी ने फेक ले से बातचीत में हमें बताया।
“अपनी झेंप मिटाने के लिए नितिन फेसबुक पर अपना ज़्यादातर समय व्यतीत करने लगा. लेकिन वहां भी फूटबाल सम्बन्धी जोक्स और ‘मेमे’ देखकर वह खुद को तुच्छ समझने लगा।”, विकास ने हमें आगे बताया।
फेक ले को नितिन के सुपरवाइजर जालिम सिंह ने नाम ना डिस्क्लोज करने की शर्त पर बताया, “हद तो तब हो गयी जब सुकून की तलाश में नितिन ने ऑरकुट में लॉग इन किया और अगले ही दिन गूगल ने ऑरकुट भी बंद करने का ऐलान कर दिया।”
बरहहाल विश्वस्त सूत्रों से खबर मिली है की नितिन की गर्लफ्रेंड ने उसे ‘नर्ड’ कहते हुए उसके साथ ब्रेकअप कर लिया है। नितिन अब अपना सारा समय फूटबाल पर सामान्य ज्ञान की पुस्तकें और पत्रिकाए पढ़कर बिताता है जिससे अगले वर्ल्ड कप उसे फिर से इस एम्बरास्मेंट का सामना ना करना पड़े।
